लाखों पशुओं के वध का अवशेष भी तो प्रदूषणकारी होता है, आइये सब मिलकर पर्यावरण के संरक्षण हेतु जुटें-तिलक
Friday, October 7, 2016
दिसंबर तक सभी प्रकाश स्तंभ सौर ऊर्जा से परिचालित होंगे
दिसंबर तक सभी प्रकाश स्तंभ सौर ऊर्जा से परिचालित होंगे
तिलक नदि। प्रकाशस्तंभ और प्रकाशपोत महानिदेशालय (प्रप्रमहानि), शिपिंग मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक अधीनस्थ संगठन है। वर्तमान में यह 193 प्रकाशस्तंभों का रखरखाव कर रहा है जो देश के समुद्रीय तट क्षेत्र में आवागमन करने वाले नाविकों को समुद्रीय स्थैतिक दिशा में सहायता उपलब्ध कराता है।
अधिकांश प्रकाशस्तंभ ऊर्जा के पारंपरिक स्रोतों जैसे विध्युत और डीजल जेनरेटर से परिचालित थे जिसमें जीवाश्म ईंधन की भारी खपत होने के कारण भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन हो रहा था। जिससे हरित प्रभाव बढ़ने के साथ-साथ वायु प्रदूषण में भी बढ़ोतरी हो रही थी। 1 मेगा वाट ऑवर (एमडब्ल्यूएच) विद्युत यदि जीवाश्म ईंधन से पैदा की जाती है तो इससे लगभग 900 किलो कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन होता है। कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम करने के लिए डीजीएलएल ने पारंपरिक ऊर्जा का स्रोत बदलने का निर्णय लिया और नवीकरण ऊर्जा के रूप में सौर ऊर्जा के उपयोग से अपने प्रकाशस्तंभों का कार्यारम्भ कर दिया। आज के दिन तक 176 प्रकाशस्तंभों को पूर्णतया सौर ऊर्जा पर चलाया जा रहा है। निदेशालय ने 31/12/2016 तक सभी प्रकाशस्तंभों को पूर्णतया सौर ऊर्जा से चलाने का लक्ष्य अर्जित करने की योजना बनाई है। सभी प्रकाशस्तंभों के सौर ऊर्जा से परिचालित होने पर लगभग 1.5 (एमडब्ल्यूएच) ऊर्जा का सृजन होगा। जिससे प्रतिदिन 6000 किलोग्राम ग्रीन हाउस गैसों का कम उत्सर्जन होगा। सौर ऊर्जा कृत होने से डीजीएलएल के अधीन प्रकाशस्तंभ हरित ऊर्जा से परिचालित होंगे। यह सरकार के पर्यावरण संरक्षण के लिए हरित ऊर्जा के अधिकतम उपयोग के प्रयास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पग है। इसके अतिरिक्त प्रकाशस्तंभ विश्वसनीय, लचीला और नवीकरणीय ऊर्जा प्रणाली से परिचालित होने पर वैश्विक ऊष्मा के उत्सर्जन में कमी आएगी।
आधुनिक विकास के नाम पश्चिमी स्वचालित मशीनीकरण
अँधानुकरण से सृजन नहीं, गैस उत्सर्जन प्रदूषण होता है!लाखों पशुओं के वध का अवशेष भी तो प्रदूषणकारी होता है, आइये सब मिलकर पर्यावरण के संरक्षण हेतु जुटें-तिलक
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गैस उत्सर्जन,
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वैश्विक ऊष्मा
Sunday, September 11, 2016
यह प्रक्षेपण स्वदेशी निम्नतापीय उच्च श्रेणी था और यह पहली परिचालन उड़ान है
श्रीहरिकोटा,

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मौसम उपग्रह इनसैट 3DR को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया है। विशेष बात यह है कि GSLV से पहली बार इस मौसम उपग्रह को छोड़ा गया है। इस उपग्रह से बचाव सेवाओं के साथ-साथ मौसम से संबंधित जानकारियों को सटीकता से जाना जा सकेगा। इसरो ने श्रीहरिकोटा से इस प्रक्षेपण को संभव बनाया।
https://www.youtube.com/watch?v=U_x85pn0J9A&list=PL7A5AE8D973083B10&index=16लाखों पशुओं के वध का अवशेष भी तो प्रदूषणकारी होता है, आइये सब मिलकर पर्यावरण के संरक्षण हेतु जुटें-तिलक
http://antarikshadarpan.blogspot.in/2016/09/blog-post.html
Thursday, July 7, 2016
विकास एवं पर्यावरण साथ साथ चलते हैं: अनिल माधव दवे
विकास एवं पर्यावरण साथ साथ चलते हैं: अनिल माधव दवे

गंगा के ऊपरी प्रवाह में पनबिजली परियोजनाओं के निर्माण को लेकर पर्यावरण एवं जल संसाधन मंत्रालयों के बीच ठने रहने के बीच दवे ने कहा, ‘‘हर नदी को बहना चाहिए।’’ अपने जन्मदिन पर मंत्रालय का प्रभार संभालने वाले दवे ने दिल्ली में वायु प्रदूषण पर अंकुश पाने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा अपनायी गयी सम-विषम योजना पर कहा, ‘‘प्रयोगों से सीखने की जरूरत है लेकिन राजनीति एवं प्रयोग को अलग अलग रखा जाना चाहिए।’’
जब दवे से पूछा गया कि चूंकि उन्होंने नर्मदा संरक्षण पर काम किया है, ऐसे में नदियों की साफ सफाई एवं उनके पुनरूद्धार के लिए उनकी कोई विशेष योजनाएं हैं, उन्होंने कहा कि वह पहले शगल के रूप में काम कर रहे थे, अब वह वही काम संविधान के ढांचे में करने का प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में मंगलवार को एक बड़े विस्तार के तहत दवे को पर्यावरण मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शामिल किया गया है। हरित कार्यकर्ताओं द्वारा पर्यावरण मंत्रालय की आलोचना पर दवे ने कहा कि सराहना और आलोचना जारी रहेगी क्योंकि सहस्त्रों वर्षों से ऐसा होता रहा है। जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस ने इस सूचना के बाद आंदोलन करने की धमकी दी कि पर्यावरण मंत्रालय जनजातियों के वन अधिकारों को शिथिल बना रहा है, दवे ने कहा कि ऐसी नीतियां एक के बाद एक कर आयी सरकारों द्वारा शुरू की गयी निरंतर प्रक्रिया का भाग हैं। सरकार में परिवर्तन के विषय पर उन्होंने कहा कि यह नियमित प्रक्रिया है।
गैस उत्सर्जन प्रदूषण होता है! लाखों पशुओं के वध का अवशेष भी तो प्रदूषणकारी होता है,
आइये सब मिलकर पर्यावरण के संरक्षण हेतु जुटें-तिलक
Wednesday, December 31, 2014
"अंग्रेजी का नव वर्ष, भले ही मनाएं;
"अंग्रेजी का नव वर्ष, भले ही मनाएं;
নববর্ষ, નવા વર્ષની, New Year, ಹೊಸ ವರ್ಷದ, പുതുവർഷം, नवीन वर्ष, புத்தாண்டு, న్యూ ఇయర్, ਨਵਾਂ ਸਾਲ, نئے سال
(गुलामी के संकेत/हस्ताक्षर, जो मनाना चाहें)
उमंग उत्साह, चाहे जितना दिखाएँ;
चैत्र के नव रात्रे, जब जब भी आयें;
घर घर सजाएँ, उमंग के दीपक जलाएं;
आनंद से, ब्रह्माण्ड तक को महकाएं;
विश्व में, भारत का गौरव बढाएं "
भारत भ्रष्टाचार व आतंकवाद से मुक्त हो,
हम अपने आदर्श व संस्कृति को पुनर्प्रतिष्ठित कर सकें !
हम अपने आदर्श व संस्कृति को पुनर्प्रतिष्ठित कर सकें !
इन्ही शुभकामनाओं के साथ,
1 जनवरी 2015, ही क्यों ? वर्ष के 365 दिन ही मंगलमय हों,
भवदीय... तिलक
संपादक युगदर्पण राष्ट्रीय साप्ताहिक हिंदी समाचार-पत्र. YDMS 07531949051.
Bangla...
অংগ্রেজী কা নব বর্ষ, ভলে হী মনাএং

Tamil... "அங்க்றேழி கா நவ்வர்ஷ், பாளே ஹாய் மணாஎன்"



"Angrejee kaa nav-varsh, bhale hi manaayen; (Gulaami ke sanket / , jo manana chahen ? umang utsaah, chaahe jitnaa dikhaayen; chetr ke nav-raatre, jab jab bhi aayen; ghar ghar sajaayen, umang ke deepak jalaayen; Aanand se, brahmaand tak ko mahkaayen; Vishva me, Bhaarat kaa gaurav badaayen." matr 1 Jan 2015, hi kyon ? varsh ke 365 din hi mangalmay hon, Bhaarat bhrashtaachar v aatankvaad se mukt ho, ham apne aadarsh v sanskruti ko punrpratishthit kar saken ! inhi shubhakaamanaaon ke saath, bhavdiya.. Tilak Sampaadak Yug Darpan Raashtriya Saptaahik Hindi Samaachar-Patra. YDMS 09911111611.

"అంగ్రేజీ కా నవ్వర్ష్, భలే హాయ్ మనాఎన్; (పొగడ్తలు ఇది బానిసత్వం సిగ్నల్ / గుర్తు) ఉమంగ్ ఉత్సః, చాహే జితనా దిఖాఎన్; చేతర్ కె నవరాత్రు, జబ జబ భి ఆయెన్; ఘర్ ఘర్ సజాఎన్, ఉమంగ్ కె దీపక్ జలాఎన్; ఆనంద్ సే, బ్రహ్మాండ్ తక కో మహ్కాఎన్; విశ్వ మే, భారత్ కా గౌరవ్ బదాఎన్. " జనవరి 1, 2015, ఎందుకు మాత్రమే ? వ వర్ష కె 365 దిన్ హాయ్ మంగల్మి హాన్, భారత్ భ్రష్టాచార్ వ ఆటన్క్వాద్ సే ముక్త హో, హం అపనే ఆదర్శ్ వ సంస్కృతి కో పున్ర్ప్రతిశ్తిట్ కర్ సకేన్ ! ఇంహి శుభాకామనావున్ కె సాత్, భవదీయ.. తిలక్ సంపాదక్ యుగ దర్పన్ రాష్ట్రీయ సప్తాహిక్ హిందీ సమాచార్-పాత్ర. YDMS 09911111611.

"અંગ્રેઝી કા નવવર્ષ, ભલે હી માંનાયેન; (સ્લેવરી સિગ્નલ / સાઇન છે, કે જે મનાવવું શકે છે) ઉમંગ ઉત્સાહ, ચાહે જીતના દીખાયેન; ચેત્ર કે નવરાત્રે, જબ જબ ભી આયેન; ઘર ઘર સજાયેન, ઉમંગ કે દિપક જલાયેન; આનંદ સે, બ્રહ્માંડ તક કો મહ્કાયેન; વિશ્વ મેં, ભારત કા ગૌરવ બદાયેન. "માત્ર જાન્યુઆરી 1, 2015, શા માટે? વર્ષ કે 365 દિન હી મંગલમય હોં, ભારત ભ્રષ્ટાચાર વ આતંકવાદ સે મુક્ત હો, હમ અપને આદર્શ વ સંસ્કૃતિ કો પુન્ર્પ્રતીશ્થીત કર સકેં ! ઇન્હી શુભકામનાઓન કે સાથ, ભવદીય.. તિલક સંપાદક યુગ દર્પણ રાષ્ટ્રીય સાપ્તાહિક હિન્દી સમાચાર -પત્ર.YDMS 09911111611.

"ಆಂಗ್ರೆಶಿ ಕಾ ನವ -ವರ್ಷ, ಭಲೇ ಹಿ ಮನಾಯೇನ್; (ಏಕಾಕ್ಷ ಇದು ಗುಲಾಮಗಿರಿ ಸಂಕೇತ / ಸೈನ್) ಉಮಂಗ್ ಉತ್ಸಃ, ಚಾಹೆ ಜಿತನಾ ದಿಖಾಯೇನ್; ಚೆತ್ರ್ ಕೆ ನವ್ರಾತ್ರೆ, ಜಬ್ ಜಬ್ ಭಿ ಆಯೇನ್; ಘರ್ ಘರ್ ಸಜಾಯೇನ್, ಉಮಂಗ್ ಕೆ ದೀಪಕ್ ಜಲಾಯೇನ್; ಆನಂದ್ ಸೆ, ಬ್ರಹ್ಮಾಂದ್ ತಕ ಕೊ ಮಹ್ಕಾಯೇನ್; ವಿಶ್ವ ಮೇ, ಭಾರತ ಕಾ ಗೌರವ್ ಬದಾಯೇನ್. "ಜನವರಿ 1, 2015, ಏಕೆ ಮಾತ್ರ? ವ ವರ್ಷ ಕೆ 365 ದೀನ್ ಹಿ ಮಂಗಲ್ಮಿ ಹೊಂ, ಭಾರತ ಭ್ರಷ್ತಾಚರ್ ವ ಆತಂಕ್ವಾದ್ ಸೆ ಮುಕ್ತ ಹೊ, ಹಮ್ ಅಪನೇ ಆದರ್ಶ್ ವ ಸಂಸ್ಕೃತಿ ಕೊ ಪುನ್ರ್ಪ್ರತಿಷ್ಟ್ಹತ್ ಕರ್ ಸಕೆನ್ ! ಇನ್ಹಿ ಶುಭಕಾಮನಾಒನ್ ಕೆ ಸಾಥ್, ಭಾವ್ದಿಯ.. ತಿಲಕ್ ಸಂಪಾಡಕ್ ಯುಗ ದರ್ಪಣ್ ರಾಷ್ಟ್ರೀಯ ಸಪ್ತಾಹಿಕ್ ಹಿಂದಿ ಸಮಾಚಾರ್ -ಪತ್ರ . YDMS 09911111611.

"ਅੰਗ੍ਰੇਜੀ ਦਾ ਨਵਾਂ ਵਰਸ਼ ਭਲੇ ਹੀ ਮਨਾਓ, ਗੁਲਾਮੀ ਦਾ ਪ੍ਰਤੀਕ /ਸੰਕੇਤ, ਉਮੰਗ ਉਤਸਾਹ ਚਾਹੇ ਜਿਤਨਾ ਦਿਖਾਓ; ਚੇਤਰ ਦੇ ਨਵਰਾਤਰੇ ਜਦ ਜਦ ਵੀ ਆਉਣ; ਘਰ ਘਰ ਸਜਾਓ, ਉਮੰਗ ਦੇ ਦੀਪਕ ਜਲਾਓ; ਆਨਾਨਾਦ ਨਾ ਬ੍ਰਹ੍ਮਾੰਡ ਨੂ ਮਹ੍ਕਾਓ, ਵਿਸ਼ਵ ਵਿਚ, ਭਾਰਤ ਦਾ ਗ਼ੋਰਾਵ ਵਧਾਓ. "1 ਜਨ. 2015 ਹ ਕਯੋਂ ? ਵ ਵਰ੍ਸ਼ ਦੇ 365 ਦਿਨ ਹੀ ਮੰਗਲ ਮਯ ਹੋਣ, ਭ੍ਰਸ਼੍ਟਾਚਾਰ ਤੇ ਆਤੰਕ ਵਾਦ ਤੋਂ ਭਾਰਤ ਮੁਕਤ ਹੋਵੇ, ਅਸਾਂ ਆਪਣੇ ਆਦਰ੍ਸ਼ ਤੇ ਸੰਸਕ੍ਰਿਤਿ ਨੂੰ ਫੇਰ ਸ੍ਥਾਪਿਤ ਕਰ ਸਕਿਏ ! ਇਨਹਾਂ ਸ਼ੁਭ ਕਾਮਨਾਵਾਂ ਦੇ ਨਾਲ, ਆਪਦਾ.. ਤਿਲਕ -ਸੰਪਾਦਕ ਯੁਗ ਦਰ੍ਪਣ, ਰਾਸ਼੍ਟ੍ਰੀਯ ਸਾਪ੍ਤਾਹਿਕ ਸਮਾਚਾਰ ਪਤ੍ਰ. YDMS 09911111611.

"അന്ഗ്രെജീ കാ നവ വര്ഷ, ഭലേ ഹി മനായേന്; (ഗുലാമി ക പ്രറ്റീക്/സന്കെറ്റ്, ജോ മനന ചാഹെ) ഉമന്ഗ് ഉറ്റ്സാഹ്, ചാഹെ ജിതനാ ദിഖയെന്; ചേട്ര് കെ നവ്രട്രെ, ജബ് ജബ് ഭീ ആയെന്; ഘര് ഘര് സജായെന്, ഉമന്ഗ് കെ ദീപക് ജലായെന്; ആനന്ദ് സെ, ബ്രഹ്മാന്ദ് ടാക് കോ മഹാകായെന്; വിശ്വ് മി, ഭാരത കാ ഗൌരവ് ബടായെന്. "ഐ ജന. 2015 ഹി ക്യോന്? വ വര്ഷ കെ 365 ദിന് ഹി മങ്ങല്മി ഹോണ്, ഭാരത ഭ്രാഷ്ടാചാര് വ ആടങ്ക്വാദ് സെ മുക്റ്റ് ഹോ, ഹാം അപ്നെ ആദര്ശ് വ സന്സ്ക്രുടി കോ പുന്ര്പ്രടിശ്തിറ്റ് കാര് സകെന് ! ഇന്ഹി ശുഭ കാമ്നാഒന് കെ സാത്, ഭവദീയ.. തിളക് സംപാടാക് യുഗ്ദാര്പന് രാഷ്ട്രീയ ഹിന്ദി സമാചാര് പടര്. YDMS 09911111611.
उत्तिष्ठत अर्जुन, उत्तिष्ठत जाग्रत !
नकारात्मक मीडिया के भ्रम के जाल को तोड़, सकारात्मक ज्ञान का प्रकाश फैलाये।
समाज, विश्व कल्याणार्थ देश की जड़ों से जुड़ें, युगदर्पण मीडिया समूह के संग।। YDMS
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे,
तब पायें - नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प-
युगदर्पण मीडिया समूह YDMS.
Join YDMS ;qxniZ.k हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, 2001 से
पंजी सं RNI DelHin11786/2001(सोशल मीडिया में विशेष प्रस्तुति
विविध विषयों के 30 ब्लाग, 5 नेट चेनल व अन्य सूत्र) की
युगदर्पण मीडिया समूह YDMS.
70 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान। -तिलक -संपादक युगदर्पण मीडिया समूह YDMS 07531949051, 9999777358, 9911111611
যুগদর্পণ, યુગદર્પણ ਯੁਗਦਰ੍ਪਣ, யுகதர்பண യുഗദര്പണ యుగదర్పణ ಯುಗದರ್ಪಣ,
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
आधुनिक विकास के नाम पश्चिमी मशीनीकरण, स्वचालित अँधानुकरण से;
सृजन नहीं गैस उत्सर्जन होता है | पर्यावरण के संरक्षण हेतु जुटें; -तिलक
Wednesday, November 5, 2014
प्रकाशपर्व की बधाइयाँ
प्रकाशपर्व की बधाइयाँ
कृ इस लिंक पर बटन दबाएं http://dharmsanskrutidarpan.blogspot.in/2014/11/blog-post.html
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
आधुनिक विकास के नाम पश्चिमी मशीनीकरण, स्वचालित
अँधानुकरण से; सृजन नहीं गैस उत्सर्जन होता है |
पर्यावरण के संरक्षण हेतु जुटें; -तिलक
Sunday, August 17, 2014
जन्माष्टमी की हार्दिक मंगलकामनायें !
जय श्री कृष्ण,
अखिल विश्व में फैले समस्त सनातन भक्तों को (एकमात्र 16 कला सम्पूर्ण अवतार) श्री कृष्ण जन्माष्टमी की कोटि कोटि बधाई और हार्दिक मंगलकामनायें !
रोहिणी नक्षत्र में रात 12 बजे श्री कृष्ण का अवतरण होगा, और शीघ्र ही कंस व जरासंध का नाश होगा। अत्याचारी अधर्मी कंस उ प्र पर सत्तासीन तथा उसके शर्मनिरपेक्ष समर्थक संरक्षक जरासंध।
यहाँ से इडोनेसिया तक, जिनका इमान मूसल है वो मुसल मान हो कर भी, श्रद्धा अहिंसा व भारत भक्त सब जीवों के प्रति दयावान हों, हिंदू ही हैं। सांप्रदायिक यह नहीं, जिहादी सोच है।नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक
आधुनिक विकास के नाम पश्चिमी मशीनीकरण, स्वचालित अँधानुकरण से;
सृजन नहीं गैस उत्सर्जन होता है | पर्यावरण के संरक्षण हेतु जुटें; -तिलक
अखिल विश्व में फैले समस्त सनातन भक्तों को (एकमात्र 16 कला सम्पूर्ण अवतार) श्री कृष्ण जन्माष्टमी की कोटि कोटि बधाई और हार्दिक मंगलकामनायें !
रोहिणी नक्षत्र में रात 12 बजे श्री कृष्ण का अवतरण होगा, और शीघ्र ही कंस व जरासंध का नाश होगा। अत्याचारी अधर्मी कंस उ प्र पर सत्तासीन तथा उसके शर्मनिरपेक्ष समर्थक संरक्षक जरासंध।
यहाँ से इडोनेसिया तक, जिनका इमान मूसल है वो मुसल मान हो कर भी, श्रद्धा अहिंसा व भारत भक्त सब जीवों के प्रति दयावान हों, हिंदू ही हैं। सांप्रदायिक यह नहीं, जिहादी सोच है।नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक
आधुनिक विकास के नाम पश्चिमी मशीनीकरण, स्वचालित अँधानुकरण से;
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Saturday, June 7, 2014
पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन नीति
पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन नीतिThursday, June 5, 2014पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को कहा कि और अधिक पारदर्शिता लाने के लिए पर्यावरण संबंधी स्वीकृतियां ऑनलाइन ली जाएंगी। | |
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जावड़ेकर ने कहा, 'विचारणीय विषयों और पर्यावरण स्वीकृति के प्रस्ताव के लिए ऑनलाइन सेवा प्रणाली आज से प्रभावी है। 25 दिन तक ऑनलाइन और हार्ड कॉपी दोनों तरह से प्रस्ताव दिए जा सकते हैं।'
भिन्न स्थानों पर लोगों से भेंट जारी रखेंगे।उन्होंने कहा, 'किन्तु 1 जुलाई से यह पूरी तरह ऑनलाइन होगा। यह पारदर्शिता का शुभारम्भ है। अब किसी को कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाना होगा और अपने प्रस्ताव ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।' जावड़ेकर ने कहा कि उन्होंने मंत्रालय का कामकाज संभालते समय घोषणा की थी कि और अधिक पारदर्शिता के लिए प्रणाली को ऑनलाइन बनाया जाएगा। वह विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह के बीच बात कर रहे थे। मंत्री ने कहा कि भारत को जलवायु परिवर्तन पर हो रही चर्चा में 'खलनायक' की भाँति नहीं प्रस्तुत करना चाहिए, बल्कि इस चर्चा को नई दिशा दी जानी चाहिए। उन्होंने अपने मंत्रालय और जनता के बीच सार्थक संवाद पर बल देते हुए कहा कि हम भिन्न - |
मीडिया विकल्प बने; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।
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अँधानुकरण से सृजन नहीं, गैस उत्सर्जन प्रदूषण होता है!
लाखों पशुओं के वध का अवशेष भी तो प्रदूषणकारी होता है,
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सरकारी कार्यालयों का समय
सरकारी कार्यालयों का समय
प्रात: 9 से 7 बजे तक होंगे, केंद्र के सरकारी कार्यालयों का समय!
-मोदी की सरकार में केंद्रीय कर्मचारियों, प्रात: 9 से सायं 7 बजे तक काम करना पड़ पड़ेगा। शनिवार की छुट्टी भी समाप्त हो जाएगी, साथ ही काम के घंटे भी बढ़ सकते हैं।
केंद्र सरकार ने काम की गति बढ़ाने और समय पर पूरा करने के उद्देश्य से मंत्रालयों और विभागों में वर्तमान कार्यप्रणाली को पूरी तरह बदलने की पहल की है। सूत्रों के अनुसार, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को इसके लिए मंत्रिमंडल आसंधि 'नोड' तैयार करने को कहा गया है और संसद सत्र के तुरंत बाद इसे मं मं की स्वीकृति मिल सकती है। इस बारे में मंगलवार को नरेंद्र मोदी सभी सचिवों से विचार करने वाले थे, किन्तु गोपीनाथ मुंडे के निघन के कारण बैठक नहीं हो सकी।
इन प्रस्तावों पर विचार
> रविवार को छुट्टी हो और शनिवार को सभी मंत्रालय और विभाग खुले रहें।
> कार्यालय का कामकाज प्रात: 8 बजे से सायं 4 बजे तक हो।
> कार्यालय 8 से 6 हो और 'लंच' दो घंटे का हो, जिसमें कर्मियों को आराम मिले।
> कार्यालय का कामकाज प्रात: 9 बजे से लेकर सायं 7 बजे तक चलता रहे।
> कार्यालय का कामकाज प्रात: 8 बजे से सायं 4 बजे तक हो।
> कार्यालय 8 से 6 हो और 'लंच' दो घंटे का हो, जिसमें कर्मियों को आराम मिले।
> कार्यालय का कामकाज प्रात: 9 बजे से लेकर सायं 7 बजे तक चलता रहे।
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
मीडिया विकल्प बने; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।
आधुनिक विकास के नाम पश्चिमी मशीनीकरण, स्वचालित अँधानुकरण से;
सृजन नहीं गैस उत्सर्जन होता है | पर्यावरण के संरक्षण हेतु जुटें; -तिलक
स्वास्थ्य मंत्री का जीवन सुरक्षा अभियान
स्वास्थ्य मंत्री का जीवन सुरक्षा अभियान
Wednesday, June 4, 2014
सुरक्षा पेटी 'सीट बैल्ट' का उपयोग श्री गोपीनाथ मुंडे के प्राण बचा सकता था
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के अनुसार कर में सुरक्षा पेटी का उपयोग श्री गोपीनाथ मुंडे के प्राण बचा सकता था। डॉ. हर्षवर्धन ने दिवंगत ग्रामीण विकास मंत्री की अंत्येष्टि में सम्मिलित होने के लिए बीड, महाराष्ट्र प्रस्थान करने से पूर्व कहा ‘अधिकांश लोग मानते हैं कि कार में पिछली सीट पर लगाई गयी पेटी, केवल सजावट के उद्देश्य से लगाई जाती है। मैंने मात्र इस एक भ्रांन्ति के चलते अपना मित्र खो दिया है। वास्तव में अगली सीटों की पेटी की भांति पिछली सीट पर पेटी लगाना भी अनिवार्य होता है। किसी अप्रिय स्थिति में यह जीवन बचाने का कारण हो सकती है।’
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के अनुसार कर में सुरक्षा पेटी का उपयोग श्री गोपीनाथ मुंडे के प्राण बचा सकता था। डॉ. हर्षवर्धन ने दिवंगत ग्रामीण विकास मंत्री की अंत्येष्टि में सम्मिलित होने के लिए बीड, महाराष्ट्र प्रस्थान करने से पूर्व कहा ‘अधिकांश लोग मानते हैं कि कार में पिछली सीट पर लगाई गयी पेटी, केवल सजावट के उद्देश्य से लगाई जाती है। मैंने मात्र इस एक भ्रांन्ति के चलते अपना मित्र खो दिया है। वास्तव में अगली सीटों की पेटी की भांति पिछली सीट पर पेटी लगाना भी अनिवार्य होता है। किसी अप्रिय स्थिति में यह जीवन बचाने का कारण हो सकती है।’
मंगलवार को श्री गोपीनाथ मुंडे का निधन एक दुर्घटना के कारण हो गया था। लाल बत्ती को पार कर एक कार ने श्री मुंडे की कार को टक्कर मार दी थी। इस दुर्घटना से उनकी कार को तो अधिक क्षति नहीं पहुंची, किन्तु कार को लगे तेज धक्के के कारण श्री मुंडे की गर्दन के जोड़ और उनकी रीढ़ की हड्डी को गंभीर चोट पहुंची, जिसके कारण मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति बाधित हुई और तत्काल उनकी हृदय गति और सांस रुक गयी। इसके अतिरिक्त उनका यकृत (जिगर) भी फट गया था और इसमें से रक्त बह रहा था। देश ने एक महत्वपूर्ण जननेता और समर्थ मंत्री खो दिया है।
अगस्त, 1997 में ऐसी ही एक दुर्घटना में ब्रिटेन की प्रिंसेस डायना के प्राण चले गए। उनकी द्रुतगति कार पेरिस में एक भूमिगत सुरंग में खम्भे से टकरा गई थी। 2007 में ऐसी ही एक दुर्घटना में, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा की कार की ट्रक से हुई टक्कर के कारण निधन हो गया था। आज मैं उन अनेक लोगों के दु:ख को अनुभव कर पा रहा हूं जो सुरक्षा पेटी की आवश्यकता को अस्वीकरण से कार दुर्घटना में अपने प्रिय जनों को खो देते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय का अभियान
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय गाड़ी चलाते समय सुरक्षा नियमों की अनदेखी करने वाले लोगों को, जागृत करने की पहल करेगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सुरक्षा के बारे में स्वयं सेवी संगठनों के सहयोग से मल्टी मीडिया अभियान चलाने पर विचार किया जा रहा है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा ‘’ मुख्य ध्यान प्रत्यक्ष रूप से दुर्घटना के शिकार अथवा उन बच्चों पर दिया जायेगा, जिन्हें अभिभावक पिछली सीट पर बैठाते है अथवा जिनकी पर्याप्त देखभाल नहीं की जाती। बच्चे गलत लोगों का अनुकरण भी कर सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि गलत ढ़ग से अथवा अंधाधुंध गाड़ी चलाने वाले लोगों का अनुकरण करने की बजाय बच्चों को सही ढ़ग से जीवन जीना सिखाना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह चिंता की बात है कि विश्व के अन्य देशों की तुलना में भारत में युवा वर्ग आजकल सुरक्षा पेटी और सुरक्षा टोपी (मोटरबाइक चलाते समय) लगाने में रूचि नहीं लेते। अनुसंधान से पता चला है कि विशेषकर महिला चालकों और मोटरसाइकिल चालकों, विशेषकर से पिछली सीट पर बैठी महिलाओं में यह रूझान बहुत अधिक देखा गया है।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ‘’ मैं कार और बाइक चालकों को सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए देशभर में पैट्रोल डीलर एसोसियशन का सहयोग चाहता हूं। डॉ. हर्षवर्धन ने जनता से अपील करते हुए कहा, ‘’ आइये गोपीनाथ मुंडे की त्रासदी को क्रांतिकारी परिवर्तन के रूप में लें।‘’
उन्होंने कहा, ‘’मंत्री जी की त्रासदी और असमय मृत्यु को सभी वाहन चालकों को चेतावनी के रूप में लेना चाहिए। एक जीवन बचाना, एक जीवन बनाने के समान है और समाज में
संभावित परिवर्तन लाने वाला ही भविष्य को सुरक्षित कर सकता है।‘’
नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प
-युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक 9911111611, 7531949051
एजेंडा विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
मीडिया विकल्प बने; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार।
आधुनिक विकास के नाम पश्चिमी मशीनीकरण, स्वचालित अँधानुकरण से; सृजन नहीं गैस उत्सर्जन होता है | पर्यावरण के संरक्षण हेतु जुटें; -तिलक
गंगा नदी पुनरोद्धार
गंगा नदी पुनरोद्धार
गंगा नदी विकास से पर्यटन तथा परिवहन बढ़ाने और इसे पर्यावरण संगत बनाने के लिए बैठक
गंगा नदी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने, मछली पालन विकास को बढ़ाने तथा बिजली उत्पादन योग्य बनाने के लिए सड़क परिवहन, राजमार्ग तथा जहाजरानी मंत्री श्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा पुनरोद्धार मंत्री सुश्री उमा भारती, पर्यावरण वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर तथा पर्यटन मंत्री श्री श्रीपद यशो नाइक की बैठक हुई। बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में सुश्री उमा भारती ने कहा कि गंगा के विषय में सरकार की प्राथमिकता और पार्टी घोषणा पत्र के अनुरूप आगे बढ़ने के लिए हम लोगों ने समय-समय पर मिलने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि देश की अन्य नदियों के विकास के लिए भी ऐसे मानक तैयार किये जाएंगे।
मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय किया गया कि जल संसाधन मंत्रालय में सचिव की अध्यक्षता में लगभग एक माह में योजना तैयार करने के लिए सचिवों की एक अंतर मंत्रालय समिति बनाई जाएगी। श्री नितिन गडकरी ने बताया कि इसके बाद इस विषय में एक कैबिनेट नोट तैयार किया जाएगा। श्री गडकरी ने कहा कि यह प्रस्ताव है कि नदियों के तल से मिट्टी निकाली जाए, जिससे चौड़ाई 45 मीटर और गहराई 3 मीटर हो, तथा वाराणसी से हुगली तक गंगा नदी में यात्रियों और सामानों का आवागमन हो सके। गंगा के किनारे 11 'टर्मिनल' बनाने का भी प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक 100 किलोमीटर पर 'बराज' बनाने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि कोयला, उर्वरक तथा अनाज आदि का आवागमन नदियों के माध्यम करने के लिए इसका विकास किया जाएगा। श्री गडकरी ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन गंगा अनुसंधान संस्थान बनाने का प्रस्ताव है। संभवतः यह रूड़की में बनेगा और पर्यटन मंत्रालय नदियों के किनारे पर्यटन विकसित करने संबंधी कदम उठाएगा। पर्यावरण मंत्रालय कानपुर तथा अन्य स्थानों पर विभिन्न उपाय कर नदी को अपरिवर्तित बनाये रखेगा।
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प। मीडिया विकल्प बने; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।
आधुनिक विकास के नाम पश्चिमी मशीनीकरण, स्वचालित अँधानुकरण से;मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय किया गया कि जल संसाधन मंत्रालय में सचिव की अध्यक्षता में लगभग एक माह में योजना तैयार करने के लिए सचिवों की एक अंतर मंत्रालय समिति बनाई जाएगी। श्री नितिन गडकरी ने बताया कि इसके बाद इस विषय में एक कैबिनेट नोट तैयार किया जाएगा। श्री गडकरी ने कहा कि यह प्रस्ताव है कि नदियों के तल से मिट्टी निकाली जाए, जिससे चौड़ाई 45 मीटर और गहराई 3 मीटर हो, तथा वाराणसी से हुगली तक गंगा नदी में यात्रियों और सामानों का आवागमन हो सके। गंगा के किनारे 11 'टर्मिनल' बनाने का भी प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक 100 किलोमीटर पर 'बराज' बनाने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि कोयला, उर्वरक तथा अनाज आदि का आवागमन नदियों के माध्यम करने के लिए इसका विकास किया जाएगा। श्री गडकरी ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन गंगा अनुसंधान संस्थान बनाने का प्रस्ताव है। संभवतः यह रूड़की में बनेगा और पर्यटन मंत्रालय नदियों के किनारे पर्यटन विकसित करने संबंधी कदम उठाएगा। पर्यावरण मंत्रालय कानपुर तथा अन्य स्थानों पर विभिन्न उपाय कर नदी को अपरिवर्तित बनाये रखेगा।
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सृजन नहीं गैस उत्सर्जन होता है | पर्यावरण के संरक्षण हेतु जुटें; -तिलक
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